दोस्तों Electric board connection हम अपने घरों में जो भी विद्युत के उपकरण जैसे पंखा, टीवी, कूलर, वाशिंग मशीन, फ्रिज और जितने भी घरेलू उपकरण हमारे घरों में लगे होते हैं उन्हें सप्लाई देने के लिया लगते है।
उन सभी को हमें उपयोग करने के लिए उन्हें विद्युत की सप्लाई देना होता है और उपयोग पूरा हो जाने के बाद उन्हें विद्युत सप्लाई से अलग करना होता है
परंतु यह सारी प्रक्रिया हमें सुरक्षित रूप से करनी होती है क्योंकि अगर हम सुरक्षित रूप से सप्लाई को बंद व चालू नहीं करते हैं
तो हमें बिजली का झटका लगने का डर रहता है तो इसीलिए हम घरों में Electric board connection करते हैं जिससे हम विद्युत सप्लाई को सुरक्षित रूप से बंद व चालू कर लेते हैं।
परंतु इसमें सबसे बड़ी बात यह होती है कि इस Electric board connection को हम कैसे करें क्योंकि इसमें बहुत से उपकरण लगे हुए होते हैं तो आइए इस पोस्ट में हम इस कनेक्शन को विस्तार पूर्वक सीखते हैं
मुझे पूरा विश्वास है कि इस पोस्ट को पढ़ने के बाद आपको कहीं और भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी स्विच बोर्ड का पूरा कनेक्शन आप सीख जाएंगे।
इसे भी पढ़े- 1- DG सेट क्या है?
2- Mcb कितने प्रकार की होती है?
3- स्टार डेल्टा स्टार्टर क्या है।
Equipment list of electric board connection
हम अगर Electric board connection में उपयोग होने वाले उपकरण कि अगर एक सूची बनाएं तो उसमें-
1- MCB (एमसीबी)- मीटर से मेन सप्लाई Mcb में ही आती है और फिर इससे फेस को निकालकर उपकरणों को देते हैं और न्यूट्रल सीधे जिन उपकरणों को चलाना होता है
वहां पर सीधे चली जाती है ध्यान रहे इसमें सिर्फ और सिर्फ फेस को ही कंट्रोल किया जाता है न्यूट्रल को कंट्रोल नहीं किया जाता।
2- Power indicator (पावर इंडिकेटर)- इसे हम इसलिए लगाते हैं क्योंकि इसमें एक बल्ब या एक एलईडी लगी रहती है जोकि हमेशा जलती रहती है मतलब इसमें सीधे सप्लाई दी जाती है
जिससे हमें यह पता चलता है की इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई आ रही है या नहीं अगर एलईडी/बल्ब जल रहा है मतलब इलेक्ट्रिक सप्लाई आ रही है।
3- Switch (स्विच)- फेस की सप्लाई सबसे पहले स्विच में ही दी जाती है और फिर जब हम स्विच को ON करते हैं
तो यह स्विच इलेक्ट्रिक सप्लाई को पास कर देता है और जब हम स्विच को OFF कर देते हैं तो इलेक्ट्रिक सप्लाई बंद हो जाती है।
4- 5 Pin सॉकेट (5 पिन सॉकेट)- यह 5 पिन सॉकेट होता है इसमें 5 पिन सॉकेट के रूप में होते हैं इसमें हम 3 पिन टॉप और 2 पिन टॉप दोनों कनेक्ट कर सकते हैं
इसमें दाएं हाथ पर (जहां पर L लिखा होता है) फेज और बाएं हाथ पर जहां पर N लिखा होता है) न्यूटन की सप्लाई होती है
स्विच से सप्लाई निकलकर 5 पिन सॉकेट के L टर्मिनल (दाएं हाथ पर) पर जाती है। और न्यूट्रल N टर्मिनल (बाएं हाथ पर) आती है।
5- Fan regulator (फैन रेगुलेटर)- फैन रेगुलेटर एक वेरिएबल रजिस्टेंस होता है मतलब इसको घुमाने से इसके अंदर का रजिस्टेंस का मान बदलता रहता है
इसके अंदर से दो तार बाहर निकलते हैं जिसमें से एक तार में फेज की सप्लाई दी जाती है और दूसरा तार पंखे को चला जाता है
अब जब हम वर्ग मीटर को घुमाते हैं तो रजिस्टेंस का मान बदलता है जिसके फलस्वरूप वोल्टेज का मान भी बदलता है जिससे पंखे की स्पीड कम हो ज्यादा होती है।
6- Holder (होल्डर)- यह बल्ब होल्डर होता है इसी में बल्लब लगाया जाता है इसको जब पीछे से देखेंगे तो इसमें दो टर्मिनल होते हैं
जिसमें से पहला टर्मिनल फेज सप्लाई के लिए होता है और दूसरे टर्मिनल पर न्यूट्रल की सप्लाई कनेक्ट की जाती है। फेज की सप्लाई स्विच के माध्यम से आती है।
7- Tube light (ट्यूबलाइट)- इसका पूरा नाम फ्लोरोसेंट ट्यूब लाइट होता है मतलब यह ट्यूबलाइट एक कांच की ट्यूब से बना होता है और
इस ट्यूबलाइट के अंदर की ओर चारों तरफ फ्लोरोसेंट पाउडर का लेप लगा दिया जाता है इसके दोनों साइड दो टंगस्टन के एलिमेंट लगे होते हैं इन्हीं दोनों टर्मिनल पर सप्लाई चोक व स्टार्टर के माध्यम से दी जाती है।
8- Fan (पंखा)- पंखा जैसा कि आप जानते हैं इसमें दो तार होते हैं फेज और न्यूटन के लिए फेज हम रेगुलेटर के माध्यम से पंखे को देते हैं।
9- Tv (टीवी)– इसमें भी दो ही पॉइंट होते हैं फेज और न्यूट्रल के लिए।
10- Electric wire (इलेक्ट्रिक वायर)- इसी के माध्यम से इलेक्ट्रिक सप्लाई उपकरणों तक पहुंचाई जाती है।
1- Phase wire (फेज वायर)- इसको फेज, पॉजिटिव, गर्म तार कहते हैं इसी में वोल्टेज होती है और इसी में करंट एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाती है।
2- Neutral wire (न्यूट्रल वायर)- इसे न्यूट्रल, नेगेटिव, ठंडा तार कहते हैं इसका उपयोग सर्किट को पूरा करने के लिए किया जाता है जो फेज की सप्लाई फेज वायर से जाती है वह न्यूट्रल वायर पर वापस आती है।
3- Earthing wire (अर्थिंग वायर)- अर्थिंग वायर सेफ्टी के लिए उपयोग किया जाता है जो भी लीकेज इलेक्ट्रिसिटी होती है वह इसी वायर के माध्यम से जमीन में चली जाती है
जिससे उपकरण और मनुष्य की सुरक्षा विद्युत सप्लाई से सुनिश्चित हो पाती है।
Electric switch board connection on equipment | इलेक्ट्रिक इक्विपमेंट कनेक्शन
Electric board connection करने के लिए सबसे पहले ऊपर जिन उपकरणों के बारे में बताया गया है उन उपकरणों की आवश्यकता होती है
उसके बाद इन उपकरणों को एक बोर्ड सीट पर फिट करना होता है फिर जैसा ऊपर चित्र में दिखाया गया है हमें फेज और न्यूट्रल सप्लाई की जरूरत होती है
न्यूट्रल की सप्लाई को सबसे पहले कनेक्ट करना होता है इसमें न्यूटन की सप्लाई को बल्ब होल्डर के 1 पॉइंट (11 नंबर) पर जोड़ना होता है
पंखे के दो तार निकले होते हैं जिसमें से एक तार में न्यूटन (11 नंबर) को जोड़ना होता है ट्यूबलाइट के दो तार निकले होते हैं जिसमें से एक तार में न्यूट्रल (11 नंबर) को जोड़ना होता है
और 5 पिन साकेट के N वाले पॉइंट पर (11 नंबर) को कनेक्ट कर दें
इसके अलावा जो भी विद्युत के उपकरण घरों में उपयोग होते हैं उनमें दो तार निकले होते हैं सप्लाई के लिए जिसमें से सभी के एक तार में न्यूट्रल की सप्लाई कनेक्ट करनी होती है।
अब बात आती है फेज तार की फेज का तार सबसे पहले फ्यूज या MCB में दिया जाता है (1 नंबर) और उससे निकालकर (2 नंबर) निकालकर इंडिकेटर के नीचे वाले पॉइंट पर दें
इसके बाद सभी स्विच के नीचे वाले पॉइंट में कनेक्शन किया जाता है और सभी स्विच और इंडीकेटर के नीचे वाले पॉइंट को शार्ट कर दिया जाता है
जैसा कि चित्र में दिखाया गया है अब जिस स्विच के बगल में फैन का रेगुलेटर लगा होता है उस स्विच के ऊपर वाले पॉइंट में रेगुलेटर का एक तार (4 नंबर) लगा देंं
फिर दूसरा तार (9 नंबर) सीधे पंखे को दे अब स्विच को जब आप ON करेंगे तो फेज की सप्लाई सबसे पहले स्विच से निकलकर रेगुलेटर में चली जाएगी
और चूंकी रेगुलेटर का दूसरा तार पंखे से जुड़ा है तो अब जैसे-जैसे रेगुलेटर को घुमाएंगे सप्लाई पंखे में जाएगी।
बाकी के जो स्विच है उनमें से एक-एक करके होल्डर के (6,7 नंबर) को दे, पंखा को फेज की सप्लाई (9 नंबर) से जोड़ दें और ट्यूबलाइट को (8 नंबर) दें,
अब जिस स्विच के बगल में 5 पिन सॉकेट लगा होता है उसमें स्विच के ऊपर वाले पॉइंट से (5 नंबर) तार को निकालकर 5 पिन साकेट के L वाले पॉइंट पर लाकर कनेक्ट कर दें
अब जैसे ही आप स्विच को ON करेंगे सप्लाई स्विच से निकलकर सॉकेट के L वाले पॉइंट पर पहुंच जाएगी और न्यूट्रल तो साकेट के N वाले स्थान पर आ ही रहा था
इस प्रकार से साकेट में सप्लाई आ जाएगी अब हम जैसे ही प्लग टॉप को साकेट में कनेक्ट करेंगे सप्लाई सीधे उपकरण को पहुंच जाएगी।
और अब साकेट के सबसे ऊपर के पॉइंट जो सबसे मोटा और गहरा होता है उसमें उसके कांटेक्ट पर E लिखा होता है
जहां पर अर्थिंग का वायर लाकर के कनेक्ट कर दिया जाता है अब जब हम सॉकेट में प्लगटॉप का कनेक्शन करेंगे
तो उसका ऊपर वाला पॉइंट जो सबसे मोटा और लंबा होता है वह सॉकेट के अर्थिंग वाले कॉन्टेक्ट के कनेक्ट में रहेगा जिससे लीकेज इलेक्ट्रिक सप्लाई सीधे जमीन में चली जाएगी।
जिससे मनुष्य और उपकरण की सुरक्षा सुनिश्चित हो पाएगी।
निष्कर्ष
दोस्तों इस पोस्ट में आप लोगो ने Electric board connection के बारे में जाना। Electric board connection कैसे करते है इसमें क्या-2 इक्विपमेंट का उसे होता है।
और इस पोस्ट में एक चित्र के माध्यम से पूरे Electric board connection को करना सिखाया है।
फिर भी आपका कोई प्रश्न है उसे जरूर पूछे मैं उसका उत्तर जरूर देने का प्रयास करूँगा।
नोट- यह भी पढ़े।
1- सर्किट ब्रेकर कितने प्रकार के होते है?
2- इलेक्ट्रिकल वायरिंग में क्या-2 सामान लगता है
3- सोलर सिस्टम कितने प्रकार का होता है
4- हीटर का सप्लाई वायर गरम क्यों नहीं होता?
5- इलेक्ट्रिकल वायरिंग में क्या-2 सामान लगता है
6- इलेक्ट्रीशियन के टूल्स के नाम
8- इलेक्ट्रिकल काम में सुरक्षा
अब भी कोई सवाल आप के मन में हो तो आप इस पोस्ट के नीचे कमेंट करके पूछ सकते है या फिर इंस्टाग्राम पर “rudresh_srivastav” पर भी अपना सवाल पूछ सकते है।
अगर आपको इलेक्ट्रिकल की वीडियो देखना पसंद है तो आप हमारे चैनल “target electrician“ पर विजिट कर सकते है। धन्यवाद्
Electric board connection से सम्बंधित महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर (Mcq)-
1- इलेक्ट्रिक बोर्ड में कनेक्शन कैसे करते हैं?
सबसे पहले फेज की सप्लाई फ्यूज में दे फिर सभी स्विच को में फेज की सप्लाई दे और स्विच के ऊपर वाले पॉइंट से सभी उपकरणों को फेज दे और न्यूट्रल को सीधे दे न्यूट्रल कण्ट्रोल नहीं होता केवल फेज कण्ट्रोल किया जाता है।
2- वायरिंग क्या है और वायरिंग के प्रकार?
वायर को सुन्दर सुव्यवस्थित ढंग से रखने को वायरिंग कहते है वायरिंग 5 प्रकार की होती है।
3- सबसे सुरक्षित वायरिंग कौन सी है?
सबसे सुरक्षित वायरिंग कंड्यूट वायरिंग होती है। इस वायरिंग पर आग का प्रभाव बहुत काम पड़ता है।
4- घरेलू कनेक्शन कितने किलो वाट का होता है?
हमारे घरो का जो इलेक्ट्रिक कनेक्शन होता है वह 2 kw का सामान्य रूप से होता है।
5- 1 यूनिट में कितने वाट होते हैं?
1 यूनिट में 1000 वाट होता है इसे हम 1 Kwh भी कहते है।