इसको हमको बहुत ही आवश्यक मानना चाहिए क्यूंकि इसके प्रभाव को हम Electrical Safety Poster के माध्यम से भी समझ सकते है।
इसका प्रमुख कारण यह है की इस में कोई भी बीच का रास्ता नहीं होता अगर सेफ्टी कोम्प्रोमाईज़ हुई तो इसमें आपकी जान का खतरा होता है इसमें आपकी जान भी जा सकती है।
Electricity kya hai | इलेक्ट्रिसिटी क्या है
इलेक्ट्रिसिटी एक प्रकार का बल है जो दिखाई नहीं देता है परंतु इसका अनुभव, हम घटनाओं तथा प्रयोगों के माध्यम से कर सकते है।
बिजली पदार्थ के आधारभूत कण परमाणु का अंग है। इस प्रकार परमाणु के अंदर इलेक्ट्रॉनों के असंतुलन के कारण किसी भी प्रकार की लगाई गई ऊर्जा विद्युत ऊर्जा में बदल जाती है।
विद्युत(electricity) ऊर्जा का उपयोग अस्पतालों में, जनरेटर में, कंप्यूटर टेक्नोलॉजी, छोटे बड़े उद्योगों, अनुसंधान के कार्य, और घरेलू उपकरण में बहुत ज्यादा हो रहा है।
बिजली ऊर्जा का एक रूप है जो की हमें स्वाभाविक रूप में प्राप्त होता है इसी कारण से इसे “खोजा” गया था, न कि “आविष्कार” किया गया था।
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Electrical safety poster information
हम Electrical Safety Poster में दिए गए चित्रों के माध्यम से यह जान सकते है की यदि किसी व्यक्ति को इलेक्ट्रिक शॉक लगता है।
तो हम उस व्यक्ति को किस प्रकार से प्राथमिक चिकित्सा दे जिससे उस व्यक्ति की जान को बचाया जा सके। जैसे मुँह से मुँह लगा कर सांस देना आदि।
Benefit of electricity saving | बिजली की बचत से होने वाले फायदे।
यदि हम बिजली की बचत करेंगे तो बिजली की कमी नहीं होगी, और जब बिजली की कमी नहीं होगी तो बिजली की कटौती भी नहीं होगी।
जब हम आप बिजली की बचत करेंगे तो दूसरे राज्यों से हमें महगी बिजली नहीं खरीदनी पड़ेगी। जिससे कार्बन के उत्सर्जन में भी कमी आएगी और इस प्रकार से ग्लोबल वार्मिंग की समस्या से निपटने में मदद मिलेगी।
इसके साथ -2 बिजली की कीमत नहीं बढेगी।
Causes of electric shock |इलेक्ट्रिक शॉक के कारण
बिजली के वायर, घर में प्रयोग होने वाले उपकरण, मशीन का सप्लाई वायर अगर खुला है तो यदि आप उसे छूते हैं तो इससे इलेक्ट्रिक शॉक लगता हैं।
इलेक्ट्रिक शॉक कितना गंभीर होता है यह इस बात पर निर्भर करता है कि शॉक किस तरह का है और उसमें कितना वोल्टेज है।
इलेक्ट्रिक शॉक की वजह से शरीर जल भी सकता है या शरीर पर हमेशा के लिए निशान रह जाता है। जब इलेक्ट्रिक करेंट शरीर में से गुजरती है।
इससे आंतरिक क्षति भी पहुंचता है कुछ मामलों में हाई वोल्टेज का इलेक्ट्रिक शॉक लगने पर व्यक्ति की मौत भी हो जाती है। शरीर में करेंट पास होने की वजह से मौत या गंभीर नुकसान होने को इलेक्ट्रोक्यूशन कहा जाता है।
इलेक्ट्रिक शॉक लगने पर चाहे गंभीर हो या मामूली आपको डॉक्टर के पास जाना जरूरी है। गंभीर इलेक्ट्रिक शॉक की स्थिति में तुरंत उपचार की जरूरत होती है।
First Aid for Electric Shock | इलेक्ट्रिक शॉक के लिए प्राथमिक उपचार
यदि आपको घर के बिजली के उपकरण जैसे मिक्सर, ओवन आदि ये किसी तरह का मामूली इलेक्ट्रिक शॉक लगता है तो इलाज की जरूरत नहीं है।
लेकिन यदि वोल्टेज ज्यादा है तो इलेक्ट्रिक शॉक की वजह से गंभीर रूप से घायल होने पर तुरंत इलाज की जरूरत होती है।
यदि आपके आस पास किसी को हाई वोल्टेज इलेक्ट्रिक शॉक लगता है तो तुरंत अस्पताल के इमरजेंसी नंबर पर संपर्क करें।
किसी को गंभीर इलेक्ट्रिक शॉक लगने पर उसकी सहायता करते समय आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए।
- जिस व्यक्ति को शॉक लगा है उसे छुए नहीं, क्योंकि उसे छूने से आपको इलेक्ट्रिक शॉक लगेगा।
- यदि हाई वोल्टेज तार या उपकरण से करेंट लगा है तो अस्पताल के आपात नंबर पर फोन करें।
- इलेक्ट्रिक शॉक यदि किसी ऐसे स्रोत से लगा है जिसका स्विच बंद नहीं है तो आप तुरंत स्विच ऑफ कर दें, यदि ऐसा नहीं है तो किसी लकड़ी, कार्डबोर्ड या प्लास्टिक की सहायता से सप्लाई के वायर को पीड़ित व्यक्ति से अलग करें।
- एक बार स्रोत अलग करने पर पीड़ित व्यक्ति की नाड़ी चेक करें कि वह सांस ले रहा है या नहीं। यदि सांस धीमी गति से चल रही है तो उसे तुरंत मुंह से सांस देने की जरूरत है।
- पीड़ित के जले हुए कपड़े या जले हुए स्थान को छुए नहीं।
क्या इलेक्ट्रिक शॉक का असर लंबे समय तक रहता है?
कुछ इलेक्ट्रिक शॉक का आपकी सेहत पर लंबे समय तक असर रहता है, जैसे गंभीर रूप से जलने पर शरीर पर स्थायी निशान हो जाता है।
यदि इलेक्ट्रिक शॉक आपकी आंखों से होकर गुजरता है, तो आपको मोतियाबिंद हो सकता है। कभी-2 इलेक्ट्रिक शॉक की वजह से दर्द, झुनझुनी, अंग सुन्न होने या मांसपेशियों की कमजोरी हो सकती है।
Body resistance value of humen body | मनुष्य के शरीर का प्रतिरोध कितना होता है
- सुखी त्वचा पे → 100,000 Ohms
- गीली त्वचा पे → 1000 Ohms
Electrical accidents के प्रमुख कारण क्या हैं ?
- लूज कनेक्शन।
- फेज से फेज का छू जाना।
- फेज से अर्थ वायर का छू जाना।
- इलेक्ट्रिकल कार्य में ओवर कॉन्फिडेंस।
- चालू सप्लाई में काम करना।
- मशीन के जानकारी के बिना उस पर काम करना।
Electrical Safety rules
- जांच लें की इक्विपमेंट में सही अर्थिंग है या नहीं।
- केवल authorized व्यक्ति ही बिजली का काम करे।
- चालू सप्लाई में कनेक्शन न करे।
- जितना हो सके कम voltage में काम करे।
- हर एक distribution board में RCCB का प्रयोग करे।
- सर्किट को कभी ओवरलोड ना करें।
- बिजली सप्लाई के साथ न खेले।
- Insulated tools का ही प्रयोग करे।
LOTO सिस्टम क्या होता है?
Lock out, Tag Out(LOTO ) किसी संस्थान के अंदर सुरक्षित ढंग से काम करने का एक माध्यम है।
जो यह सुनिश्चित करता है कि company के अंदर जो machine अधिक खतरनाक है,खराब होने की स्थिति में है वह तब तक start न किया जाए जब तक maintenance या repair का काम खत्म न हो जाये।
Lock Out-
यह एक प्रकार का लॉक होता है जा सभी प्रकार के इलेक्ट्रिकल इक्विपमेंट को isolate करके उस फीडर पर एक लॉक लगा कर बंद कर दिया जाता है और इसकी चाबी जो उस मशीन पर काम कर रहा है उसे दे दिया जाता है।
जिससे जब तक वह काम को पूरा नहीं कर लेगा तब तक चाबी नहीं देगा और जब तक चाबी नहीं देगा तब तक सप्लाई को ओन नहीं किया जा सकेगा। यह सभी एक्विपमेंट के लिए अलग-2 होता है।
Tag Out-
इसमें जब फीडर में लॉक लग गया ही उसके बाद उस पर एक “work in progress” का एक टैग लगा दिया जाए जिससे कोई भी जब उस फीडर को ऑन करने आये तो वह “work in progress” का टैग देख कर उस फीडर को ऑन न करे।
Lock Out और Tag Out के यहाँ 8 Step को बिन्दुओं के माध्यम से समझाया गया है,जिसे follow कर हम आसानी से high risk वाले स्थान पर कार्य के दौरान होने वाले खतरों से आसानी से बच सकते हैं।
Earthing क्या है और यह किसलिए प्रयोग किया जाता है?
Earthing से मतलब यह है कि सप्लाई सिस्टम के न्यूट्रल को तथा विभिन्न प्रकार के उपकरणों जैसे फ्रिज, लाइट, फैन, चार्जर, डिस्ट्रीब्यूशन बोर्ड आदि को एक कॉपर वायर के माध्यम से जमीन से जोड़ना है।
ताकि किसी भी प्रकार के फाल्ट की स्थिति में उत्पन्न होने वाले लीकेज करंट को सीधे अर्थ में भेजा जा सके और किसी भी प्रकार का खतरा होने से बच जाए। यह एक प्रकार का प्रोडक्शन सिस्टम ही है जो हमें सदैव Safe करता है।
Advantages Of Earthing In Hindi | अर्थिंग के फायदे
अर्थिंग करने से सबसे बड़ा फ़ायदा मशीन और मनुष्य की सेफ्टी होती है। अर्थिंग करने से हमें निम्न लाभ होते हैं।
- जब हम किसी भी इलेक्ट्रिक उपकरण की अर्थिंग करते हैं तो उस उपकरण का जो बाहरी भाग है जिस पर सामान्यतः विद्युत आवेश नहीं रहना चाहिए लेकिन अगर किसी फाल्ट कंडीशन के कारण उस पर विद्युत आवेश आ जाता है। वह लीकेज करंट सीधे अर्थिंग वायर के माध्यम से जमीन में चला जाता है। जिससे उसके बाहरी वाले भाग में इलेक्ट्रिक करंट जीरो हो जाता है और बिजली का झटका लगने से बच जाता है।
- जब हम वैद्युत उपकरणों का अर्थिंग करते हैं तो उस उपकरण का बाहरी वाले भाग का विभव (voltage) हमेशा अर्थ के विभव के बराबर यानी कि जीरो रहता है। बिजली का झटका लगने का कोई डर नहीं रहता है।
- अर्थिंग करने के बाद जब फाल्ट की स्थिति आती है तो उस समय लीकेज करंट अर्थिंग के द्वारा सीधे जमीन में चली जाती है जिसके कारण विद्युत सिस्टम में लगे लीकेज रिले, फ्यूज, एमसीबी(MCB) आदि अच्छे ढंग से काम करता है और विद्युत सप्लाई को ट्रिप करा देता है।
Electrical Safety Poster पर लिखे स्लोगन
(1)
सावधानी हटी,
बिजली दुर्घटना घटी।
(2)
बिजली के तारों की सुरक्षा है जरूरी,
नहीं तो दुर्घटना होगी बहुत भयंकर।
(3)
बिजली के कटे-फटे तार तुरंत बदलें
और अपना और अपनों का जीवन बचाएं।
(4)
Electrical Safety Poster को देखकर करेंगे काम
तो कभी नहीं होगा बिजली से नुकसान।
निष्कर्ष
इलेक्ट्रिसिटी के काम में सेफ्टी बहुत ही जरुरी होता है अगर आप इस काम में सेफ्टी को कोम्प्रोमाईज़ करते है तो इससे न केवल उपकरण को नुकसान होगा बल्कि मनुष्य की जान को भी खतरा रहेगा।
परन्तु यदि आप Electrical Safety Poster के दिशा निर्देशों के हिसाब से काम करेंगे तो न तो आपको और न ही की मशीन को कोई दिक्कत आएगी।
नोट- यह भी पढ़े।
1- हीटर का सप्लाई वायर गरम क्यों नहीं होता?
2- इलेक्ट्रिकल वायरिंग में क्या-2 सामान लगता है
3- इलेक्ट्रीशियन के टूल्स के नाम
1- सर्किट ब्रेकर कितने प्रकार के होते है?
3- सोलर सिस्टम कितने प्रकार का होता है
8- VFD क्या है इसकी पूरी जानकारी।
अब भी कोई सवाल आप के मन में हो तो आप इस पोस्ट के नीचे कमेंट करके पूछ सकते है या फिर इंस्टाग्राम पर “rudresh_srivastav” पर भी अपना सवाल पूछ सकते है।
अगर आपको इलेक्ट्रिकल की वीडियो देखना पसंद है तो आप हमारे चैनल “target electrician“ पर विजिट कर सकते है। धन्यवाद्